Thursday, April 23, 2020

मातृ दिवस पर मेरे विचार ! मेरी कलम से ! Mother's day quotes. Mother's day poem. मां के लिए कविता !! First post.


**SUBSCRIBE NOW*

*Himanshu Saxena SUCCESS MASTER*
This is the live Performance By Himanshu Saxena SUCCESS MASTER. 



Visit on Our Channel & Follow Now




नमस्कार मित्रों! "मेरे विचार!मेरी कलम से!"

यह हमारे नवीन ब्लॉग की प्रथम पोस्ट है। और यहां पर हम आप सभी के लिए स्वरचित कविताएं, समाज सुधारक लेख, मोटिवेशनल कोट्स आदि पोस्ट करेंगे। आप सभी से हमारा विनम्र निवेदन है कि कृपया हमारी पोस्ट्स को एक बार जरूर पढ़ें, और फिर इसको ज्यादा से ज्यादा लोगो को सोशल मीडिया के द्वारा शेयर जरूर करें। सभी लोगो तक श्रेष्ठ कंटेंट जरूर शेयर करें।


दुनिया में इंसान का प्रथम गुरु मां होती हैं! मैने पिछले वर्ष अपने जीवन की प्रथम कविता मा के चरणों में समर्पित की थीं। और आज में ये कविता आप सभी के सामने प्रस्तुत करना चाहता हूं।

We are Motivational speaker and educational trainer on YouTube. For watching Motivational videos Please subscribe our YouTube channel and press the bell icon & don't forget Like & share the videos.

                     मातृ दिवस पर मेरे विचार!!





"HIMANSHU SAXENA SUCCESS MASTER"
"SUCCESS MASTER"


मां के चरणों में नमन!!


                ये कविता मां के चरणों में समर्पित है!!


जब कुछ ना था मेरे पास,
मां तूने मुझे आसरा दिया।
लोगो ने कहा तू कुछ नहीं कर सकता,
मां तूने मुझे सहारा दिया।।

जब एक रोटी होती है घर में,
मां उसे बच्चों को खिला देती है।
ना कुछ कहती है,
और भूखे पेट सो जाती है।।

मेरा बेटा सदा खुश रहे,
दुआ करती है हर रोज भगवान से।
मैं मां से और मां मुझ से,
प्यार करते है बढ़कर अपनी जान से।।

मेरे सारे काम करती है,
शिकायत कभी न करती है।
सोचता हूं मैं कभी ध्यान से,
मां इतने काम कैसे करती है।।

मां से ही दिन शुरू होता है,
मां से ही दिन की शाम है।
मैं सदा तैयार रहता हूं मां,
तेरे लिए मेरा जीवन कुर्बान है।।



पंक्ति सुनी सी है पर बात सच्ची है।
भगवान हर घर नहीं जा सकते,
इसलिए उन्होंने मां को बनाया।
ऐ मां तेरे चरणों में स्वर्ग उतर आया।।

जरूरी नहीं कि मातृ दिवस पर ही भाव उठे मन से।
मां की खुशी के लिए कार्य करो बंदो अपने तन, मन और धन से।।

जीना उसका जीना है जो औरों को जीवन देता है!!



मैं रात में जागता हूं पढ़ने के लिए, मां मेरे साथ ही जागती है।
सुबह होने पर मेरे उठने से पहले मेरी मां उठ जाती है।।

गलती पड़ोस के बच्चे की होती है,
मां पहले मुझे डांटती है, ताकि कोई दूसरा मुझसे कुछ ना कहे।
मैं गुस्सा होकर बैठ जाता हूं,
तो मां मुझे मानने के लिए माफी मांगने तक तेयार हो जाती है।।

बचपन में गलती करने पर मारती है,
थोड़े बड़े होने पर प्यार से समझती है।
युवावस्था में महान लोगो के आदर्शो से समझाती है,
मेरी हर बात को ना बताने पर भी समझ जाती है।।



पेट भरा होने पर भी यही कहती है कि खाना खा लो,
वो और कोई नहीं, मेरी मां ही है जो ।
निस्वार्थ भाव से मुझसे प्यार करती है।।

"दुआ करता हूं भगवान से, मेरी मां बढ़कर है मेरी जान से"!!

मां होना कोई आसान बात नहीं।
मेरी मां, सभी लोगो की मां और भारत माता और गो माता के चरणों में शत - शत नमन।

ये कविता मां के चरणों में समर्पित है।

इस कविता को सभी लोग एक बार अवश्य पढ़े, और ज्यादा से ज्यादा लोगो तक शेयर करें।



मातृ दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं!!


लेखक :-   हिमांशु सक्सैना
एडिटर :- राधिका सक्सैना


* Himanshu Saxena ( Motivational speaker , Poet, blog writer, Digital marketer)

* Radhika Saxena ( Motivational speaker, Educational trainer).



जय हिन्द जय भारत!!

No comments: