नमस्कार मित्रों! "मेरे विचार ! मेरी कलम से !!"
*पिता* वो शब्द है जिसको सुनते ही सारी मुश्किलें आसान हो जाती हैं। पिता हमारे जीवन की शुरुआत होते है। जीवन में चाहे कितनी ही विपत्तियां क्यों न आए यदि पिता का साथ हो तो सारी मुश्किलें आसान हो जाती हैं और जीत तुम्हारी होती है सिर्फ तुम्हारी।
*जीवन में मां हमें सारे संकटों से बचाती हैं परन्तु जब कोई बड़ा संकट सामने हो तो मुख से " बाप रे " शब्द ही निकलता है।
*आज में आपके सामने अपनी स्वरचित कविता प्रस्तुत कर रहा हूं और इस कविता को में अपने पिताजी के चरणों में समर्पित कर रहा हूं।
यहां पर हम आप सभी के लिए स्वरचित कविताएं, समाज सुधारक लेख, मोटिवेशनल कोट्स आदि पोस्ट करते हैं। आप सभी से हमारा विनम्र निवेदन है कि कृपया हमारी पोस्ट्स को एक बार जरूर पढ़ें, और फिर इसको ज्यादा से ज्यादा लोगो को सोशल मीडिया के द्वारा शेयर जरूर करें। सभी लोगो तक श्रेष्ठ कंटेंट जरूर शेयर करें।
कृपया एक बार हमारी इस कविता को अवश्य पढ़े आपकी अति कृपा होगी।
We are Motivational speaker and educational trainer on YouTube. For watching Motivational videos Please subscribe our YouTube channel and press the bell icon & don't forget Like & share the videos.
"HIMANSHU SAXENA SUCCESS MASTER"
"SUCCESS MASTER"
*Father's day special*
!! पिता जी के चरणों में समर्पित !!
वो मेरे गुरु हैं, वो मेरे शिक्षक हैं।
वहीं मेरे आदर्श हैं, और वही मेरे रक्षक हैं।।
जब मैं छोटा था, मेरी बांह पकड़ कर मुझे चलना सिखाया।
जीवन की हर एक कठिनाई में, धैर्य रखकर मुझे चलना सिखाया।।
जीवन में सफलता का पाठ,
वहीं मुझे सिखाते हैं।।
जब मैं बीमार होता हूं,
मुझे अपने कंधो पर लेकर डॉक्टर के पास भागते हैं।
नींद नहीं आती है मुझे,
और रात भर वे जागते हैं।।
*दुनिया में आपको पिता और पुत्री के ही प्यार की चर्चाएं मिलेंगी। हो सकता है शायद की या तो लोग पिता और पुत्र के रिश्तों को व्यक्त करना नहीं चाहते या सभी ये समझते हैं कि ये कलयुग है और यहां बेटे अपने माता - पिता का आदर और सम्मान नहीं देते पर जो भी हो मैं ये बात हर व्यक्ति से कहना चाहता हूं कि -
मैने इस जीवन में इस बात को सीखा है।
कि पिता के बिना हर पुत्र का जीवन फीका है।।
जीवन में पिता हर एक अच्छे और बुरे कार्य के प्रति सचेतक होते हैं।
जब एक पिता अपने पुत्र को अनुशासन, धैर्य और सत्यरूपी जल से सीचता है ।
तभी एक पुत्र कमल की भांति खिलता है।।
मेरी हर सफलता का श्रेय मेरे पिता जी को ही जाता है।
उन्हें पापा कहूं या पिता ,
बाबा कहूं या तात।
मैं आपसे केवल यही चाहता हूं,
कि मेरे सिर पर सदा रखना अपना हाथ।।
*इस कविता में मैने पिता शब्द को बहुत ही कम दोहराया है। क्योंकि इस शब्द का वर्णन करना हर किसी के बस की बात नहीं।
* एडिटर :- राधिका सक्सैना
* Himanshu Saxena ( Motivational speaker , Poet, blog writer, Digital marketer)
* Radhika Saxena ( Motivational speaker, Educational trainer).
* For watching our all new Motivational videos click on the link below:-
https://www.youtube.com/channel/UC4DJEtzPMvoa2WQKcgEhwpA/videos?disable_polymer=1
RS Shopping Mart:-https://myshopprime.com/himanshu.saxena43/shop
जय हिन्द जय भारत!!
No comments:
Post a Comment